Gurugram News Network – यदि आपका कोई पड़ोसी लोन लेता है अथवा कोई क्रेडिट कार्ड बनवाता है तो आपको सावधान होने की जरूरत है। लोन आवेदकों द्वारा लोन लेते वक्त रेफरेंस नंबर में पड़ोसियों का नंबर दिया जा रहा है। ऐसे में किस्त टूटने के बाद फाइनेंस कंपनी अथवा बैंक के रिकवरी एजेंट आपको मेंटली हरास कर सकते हैं। ऐसा ही एक मामला पालम विहार थाना पुलिस ने दर्ज किया है। यहां रिकवरी एजेंट द्वारा एक युवती को इस कदर हरास किया गया कि उसने पुलिस को शिकायत देकर केस दर्ज करा दिया।
पुलिस को दी शिकायत में एडवाकेट मीता शर्मा ने बताया कि उन्हें 13 दिसंबर 2022 को एक लोन रिकवरी एजेंट का फोन आया था। जिसने उनके पड़ोसी विक्रांत ओबरॉय के बारे में पूछा और कहा कि उन्होंने क्रेडिट कार्ड लिया है जिसकी 40 हजार रुपए की पेमेंट पेंडिंग है। इस पेमेंट का भुगतान जल्द करवाया जाए। इस पर उन्होंने रिकवरी एजेंट से पूछताछ की तो सामने आया कि क्रेडिट कार्ड बनवाते वक्त विक्रांत ओबरॉय ने रेफरेंस में उनका नंबर दिया है।
मीता शर्मा ने पुलिस को बताया कि इस बारे में उन्हे कोई जानकारी ही नहीं थी कि विक्रांत ओबरॉय ने उनका नंबर अपने रेफरेंस में दिया हुआ है। इस पर उन्होंने रिकवरी एजेंट को सीधे विक्रांत को फोन करने के लिए कह दिया। आरोप है कि इसके बाद से उनके पास लगातार रिकवरी एजेंट के फोन आ रहे हैं और वसूली करने के लिए उनसे अभद्र भाषा का भी प्रयोग किया जा रहा है। मना करने के बाद भी यह लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे। इस पर उन्होंने पुलिस को शिकायत देकर केस दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।